5 Simple Statements About Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana Explained



डर को एक अवसर के रूप में देखना शुरू करें: समस्याओं को प्रभावी ढंग से पहचानने और हल करने में हमारी मदद करने के लिए भय का उपयोग एक उपकरण के रूप में किया जा सकता है। यह एक दिशानिर्देश है, एक खतरे की घंटी है, जो हमें तब चेतावनी देता है जब कोई ऐसी समस्या होती है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है। एक बार जब इसके साथ में शुरुआती चिंता समाप्त हो जाती है, तो ध्यान से पीछे मुड़कर देखें कि आप क्या सीख सकते हैं। जब आप किसी अपरिचित चीज से डरते हैं, तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको किसी व्यक्ति या स्थिति को बेहतर तरीके से जानने की जरूरत है।

आपके साथ ऐसी दिक्कत ना हो और डर कम हो, इसके लिए आप कुछ अच्छे दोस्त बनायें, उनके साथ समय बिताएं.

याद रहे इस दुनिया में हर कोई बस अपना रोल निभाने ही आया है. हम खुद भी अकेले आये थे और अकेले ही जाना है, फिर डर कैसा यार.

अपने परिवार को खोने के बाद भी उन्होंने डर को हराकर भारत के महानतम धावकों में नाम कमाया।

उस समय मुझे लग रहा था कि मैं अपने मानसिक डर का इलाज कैसे करूंगी। लेकिन मैं जानती हूँ कि डर हमें प्रकृति से एक वरदान के रूप में मिलता है और ध्यान ही डर दूर करने का मंत्र है। मैं जैसे जैसे ध्यान करती हूँ मेरा डर उतना कम होता जाता है। डर पर जीत पाने का सबसे अच्छा रास्ता है हमारा विश्वास, हमारी आस्था। यह आस्था कि हमारे साथ जो होगा, वह अच्छा होगा। 

कई छात्र और युवा डर की वजह से सही करियर का चुनाव नहीं कर पाते, या अपनी बात खुलकर नहीं कह पाते।

यदि click here कोई जानता है कि उसे किस बात से सबसे अधिक (भय) यानी डर लगता है तो उसके लिए डर को खत्म करना बहुत सारल हो जाता है। दरअसल डर एक प्रतिक्रिया है जो हमारी मनोदशा के रूप में सामने आता है जिसे हम तब महसूस करते हैं जब हमारी मनोदशा में किसी खतरे का अंदेशा होने लगता है

अगर आप जानना चाहते हैं अपने डर को कैसे दूर करना है तो आपको अलग रास्ता चुनना होगा, खुद को याद दिलाए आपका मन कैसे बहाने बना रहा है, चीजों को टालने के बजाय उनका सामना करें

क्यों आप नेगेटिव विचारों के चुंगल से निकल नहीं पाते, आखिर क्यों बुरे विचार मन से दूर नहीं होते है

वेब स्टोरीज स्वास्थ्य राशिफल हाउ टू माँ के नुस्खे फीमेल फाइटर पॉडकास्‍ट देखे हेल्‍थ न्‍यूज

मतलब जिस चीज़ से आपको डर लगता है उसके आस पास रहने से या उसके साथ समय बिताने से कुछ ही समय में डर दूर भाग जाता है.

बच्चे एवं किशोर बच्चे एवं किशोर – परिचय

“मैं फेल हो जाऊँगा” → “मैंने पहले भी सीखा है, इस बार भी कर लूंगा”

थोड़ा समय ले, क्योंकी जब आप भय और चिंताओं के विचार में फंसे होते हैं तो सोचने – विचारने की शक्ति चली जाती हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *